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पण्डित मुकेश भारद्वाज का जन्म राजस्थान के एक आध्यात्मिक परिवार में हुआ। इनके पिता श्री उमाशंकर गौड़ गायत्री उपासक हैं। साथ ही माता श्रीमति प्रेमलता गौड़ देवी उपासक हैं। इनका पालन पोषण विशिष्ट गौरवपूर्ण माहौल में हुआ है। इनके नानाजी पण्डित जुगल किशोर शर्मा देश के प्रख्यात ज्योतिषी थे। इस तरह पारिवारिक माहौल और वंशानुगत रूप से इनको ज्योतिष की परम्पराओं और आध्यात्मिक जीवन का ज्ञान मिला।
पं. मुकेश भारद्वाज को ज्योतिष के साथ हस्तरेखा, अंकशास्त्र, सामुद्र शास्त्र -
पं. मुकेश भारद्वाज की ज्योतिषीय शैली की अपनी विशेषताएं हैं। वे अपनी ज्योतिषीय गणनाओं में वैज्ञानिक पक्ष को बेहद महत्व देते हैं। साथ ही साथ ईश्वरीय सत्ता के साथ बेहतर तालमेल बनाए रखने की सलाह विशेष रूप से देते हैं। उनकी नजर में ज्योतिष सिर्फ भविष्य बताने का माघ्यम नहीं है, बल्कि ज्योतिष की मदद से अपने व्यक्तित्व की अच्छी व बुरी बातों को जानकर कैसे अपने व्यक्तित्व में सुधार करके बेहतर जीवनशैली विकसित करने की जा सकती है, यह सलाह विशेष रूप से शामिल होती है।
प्रमुख सम्मानः-
पं. मुकेश भारद्वाज को विभिन्न संस्थाएं समय समय पर उनके ज्योतिषीय कार्यों के लिए सम्मानित करती रही हैं। विभिन्न संस्थाएं उनकी कार्यशालाओं का आयोजन भी करती रही हैं जिसमें युवा वर्ग का विशेष भागीदारी रहती है।
ब्राह्मण शिरोमणि 2005
राजस्थान गौरव 2006
ब्राह्मण रत्न 2008 अखिल भारतीय ब्राह्मण पंचायत सम्मान पत्र
राष्ट्रीय ब्राह्मण शिरोमणि 2011
ज्योतिषीय परिचय:-
एस्ट्रो लाइफ मैनेजमेंट व वास्तु लाइफ मैनेजमेंट के प्रणेता पण्डित मुकेश भारद्वाज भारत के एक प्रबुद्ध और स्थापित ज्योतिषी और वास्तुशास्त्री हैं। पिछले दस वर्षों से राजस्थान व देश के प्रमुख समाचार पत्रों "राजस्थान पत्रिका" और "दैनिक भास्कर" में उनके नियमित कॉलम छपते आ रहे हैं। साथ ही राजस्थान व देश के प्रमुख टी वी चैनल्स पर भी उनकी उपस्थिति बनी रहती है।
प्रमुख राजनैतिक भविष्यवाणियाँ:-
2012 में 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव कांग्रेस की ओर से श्री राहुल गांधी के नैतृत्व में लड़े जा रहे थे। उस समय कांग्रेस के युवराज के तौर पर राहुल गांधी से और प्रिंयका गांधी से सभी ने बहुत बड़ी उम्मीदें लगा रखी थीं। तब पं. मुकेश भारद्वाज ने बड़ी ही बेबाकी से घोषणा की थी कि उत्तरप्रदेश में राहुल गांधी बनाम अखिलेश यादव की जंग में राहुल गांधी का प्रदर्शन अखिलेश यादव के मुकाबले मात्र चैथाया रहेगा। और राहुल गांधी उत्तरप्रदेश में पूरी तरह विफल रहेंगे। क्योंकि पण्डित मुकेश भारद्वाज की ज्योतिषीय गणनाओं के आधार पर चुनावों का समय राहुल गांधी के लिए सही नहीं था।